Monday, July 21, 2008

LIKHE JO KHAT TUJHE...TERI YAAD MEIN

शुक्रवार, 18 जुलाई, 2008 को 14:17 GMT तक के समाचार


लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में...
प्यार में लोग क्या-क्या नहीं करते, इसकी ताज़ा मिसाल पेश की है ब्रिटेन के एक 82 वर्षीय प्रेमी ने.

टेड हार्वड ने 15 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद अपनी प्रेमिका को लिखे 98 पत्रों के दो हज़ार से अधिक टुकड़ों को दोबारा जोड़ दिया है.

टेड की पत्नी मॉली ने 1953 में अपने प्रेमी के लिखे सारे पत्र फाड़ डाले थे क्योंकि उन्होंने किसी और को वो ख़त पढ़ते देख लिया था.

1940 और 50 के दशक में यूरोप की यात्रा के दौरान टेड ने इंग्लैंड के कैम्ब्रिजशर में रहने वाली मॉली को होटलों के लेटरपैड पर अनेक पत्र लिखे थे.

अपनी पत्नी की मौत के बाद टेड ने 1993 में इन पत्रों को जोड़ना शुरू किया था, यह एक कठिन काम था क्योंकि मॉली ने सारे ख़तों को छोटे-छोटे टुकड़ों में फाड़कर एक तकिए के खोल में भर दिया था.

पिछले 15 वर्षों से टेड हर रोज़ एक घंटे का समय इन पत्रों को जोड़ने में लगा रहे थे. वे पहले ऊपर-नीचे के हिस्सों को जोड़कर बाक़ी टुकड़ों को उनके बीच में फिट करने की जुगत लगाते रहते थे.

टेड का कहना है कि वे अपनी पत्नी मॉली को बहुत याद करते हैं और इन ख़तों के सहारे वे बाक़ी का जीवन गुज़ार लेंगे.

वे कहते हैं, "ये पत्र मुझे सुहाने दिनों की याद दिलाते हैं, मुझे पहली ही नज़र में मॉली से प्यार हो गया था."

टेड का कहना है कि वे अपनी पत्नी की स्मृति को समर्पित करते हुए अपने संस्मरण लिखना चाहते हैं.

वे बताते हैं, "मुझे अच्छी तरह याद है कि 19 जुलाई 1948 को गाँव के एक मेले में मॉली से पहली बार मिला था, मुझे पहली ही नज़र में प्यार हो गया."

तब मॉली की उम्र 18 और टेड की 23 वर्ष थी, 1955 में दोनों ने शादी कर ली. उनके तीन बच्चे और छह पोते-पोतियाँ हैं.

टेड ने 'लाइफ़ ऑन द फ़ेन एज' नाम से एक किताब लिखी है जो जल्दी ही प्रकाशित होने वाली है, वे अपनी पत्नी को लिखे पत्रो पर भी एक किताब लिखना चाहते हैं.

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